संस्थापक परिवार

01

संघवी बाबुलाल अचलाजी

( तीर्थ संस्थापक )

causes-3

संघवी सुखीबेन बाबुलाल जी

( तीर्थ संस्थापिका )

श्री शंखेश्वर सुखधाम तीर्थ का इतिहास

स्वस्ति मरुधर देशे राजस्थान प्रांत के सिरोही जिले के समीप श्वेताम्बर श्री शंखेश्वर सुखधाम तीर्थ का निर्माण पूज्य दीक्षा दानेश्वरी आचार्य भगवंत श्री गुणरत्न सूरीश्वरजी म. सा. की प्रेरणा एवं पूज्य षड्दर्शन निष्णात आचार्य भगवंत श्री रश्मिरत्न सूरीश्वरजी म. सा. के मार्गदर्शन में संघवी सुखीबेन बाबुलालजी अचलाजी (तखतगढ वाला) रिलीजियस ट्रस्ट, चैन्नई, मुम्बई, शिवगंज ने किया ।

वि.सं. 2066 फाल्गुन वद 13 गुरुवार दिनांक 11.02.2010 के दिन मूलनायक श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ आदि की अंजनशलाका -प्रतिष्ठा एवं मंत्र शिरोमणी सूरिमंत्र साधना पीठ-ध्यान मंदिर की प्रतिष्ठा तपागच्छाचार्य श्री प्रेम - भुवनभानु - जयघोष - जितेन्द्र सूरीजी के पट्टधर दीक्षा दानेश्वरी आ.भ. श्री गुणरत्न सूरीजी म. सा., आ. श्री रविरत्नसूरीजी म.सा., आ.श्री रश्मिरत्न सूरीजी म.सा. की शुभ निश्रा एवं पं. श्री ललित प्रभ वि., पं. श्री वैराग्यरत्न वि., आदि 110 साधु-साध्वी भगवंतो की उपस्थिति में शिवगंज निवासी प्रागवाट ज्ञातिय संघवी बाबुलाल अचलाजी रुगनाथजी, ध.प. सुखीबेन, पुत्र - पोपटलाल, मदनलाल, रमेशकुमार, विक्रमकुमार, धीरजकुमार, पु.व.- सरस्वती, मंजुला. सुशीला, दक्षा, नीता, पुत्री- स्व. अंजना, रसीला, पोत्र- कमलेश, निलेश, कल्पेश, अल्केश, सुनिष, मितुल , स्व. सिध्दार्थ, मोक्षित, विरल, पोत्र-वधु- हर्षा, रीटा, पिंकी, नीतु, हिना, नेहा, पोत्री- मनीषा, स्व. कु.अंकिता, नेहल, सैफाली, दीक्षिता, ईक्षिता, प्रपोत्र- जैनम, अक्षत, वत्शल, ध्रुव, हृदय, दियाण, नयन, चिकु, प्रपोत्री- झील, ख़ुशी, निवृति, भुवनसखा परमार परिवार ने खूब हर्षौल्लास व शासन प्रभावना पूर्वक करवाई |

तीर्थ भूमि पूजन सं. 2064 फाल्गुन वद 3 रविवार दिनांक 24.02.2008, तीर्थ शिलान्यास फाल्गुन वद 13 बुधवार दिनांक 05.03.2008, जिनालय भूमि पूजन सं. 2065 वैशाख वद 9 रविवार दिनांक 19.04.2009, जिनालय शिलान्यास वैशाख वद 10 सोमवार दिनांक 20.04.2009, भट्ट मुहृर्त आषाढ सूद 10 दिनांक 25.06.2009 यावच्चंद्र दिवकरौ प्रतिष्ठा चिरंनन्दनात | शुभं भूयाच्छी संघस्य

तीर्थ के मुख्य आधार स्तंभ

संघवी पोपटलाल

01

संघवी मदनलाल

causes-3

संघवी रमेशकुमार

संघवी विक्रमकुमार

संघवी धीरजकुमार